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बिहार के अमरपुर रोड स्थित आनंद मार्ग जागृति में आयोजित आनंद मार्ग योग साधना शिविर का आयोजन किया गया। आज आज परमेश्वरानंद अवधूत द्वारा भारत की सभ्यता के आदि गुरु भगवान शिव द्वारा प्रदत तांत्रिक साधना पद्धति पर प्रकाश डाला।

 

उन्होंने कहा कि साधना का अर्थ है अपने अंदर छुपे हुए परमात्मा का साक्षात्कार करना। धर्म व्यक्तिगत जीवन में परमात्मा से साक्षात्कार करवाता है और सामाजिक जीवन में नैतिकता के रास्ते पर चलने की प्रेरणा देता है आज पूरी दुनिया में नैतिकता का अभाव दिख रहा है इसकी वजह से हत्या दुष्कर्म डकैती अधिकृत अपराधों की संख्या बढ़ रही है इसका एकमात्र कारण है धर्म का पतन। आनंद मार्ग का उद्देश्य है आत्मा मोक्षार्थम जगत् हिताय। आचार्य जी ने आनंदमूर्ति जी द्वारा प्रदत योग एवं तंत्र साधना के विभिन्न पहलुओं दीक्षा ,मंत्र चक्र ,कुल कुंडली ,प्राणशक्ति, ध्यान योग ,सदगुरु ,मंत्र चैतन्य पर प्रकाश डाला।