Loading

जन्मदिन पर अक्सर लोग अच्छे आलीशान होटलों व प्रतिष्ठानों में केक काटकर मनाते हैं वहीं आनंद मार्ग परिवार में पली तपस्वी अपने माता पिता( प्रभा एवं शैलेश)के साथ आनंद मार्ग जागृति भोपाल मध्यप्रदेश में पूजा पाठ करने के बाद असहाय एवं जरूरतमंदों के बीच भोजन वितरित किया। आनंद मार्ग का नारा है मानवता की सच्ची सेवा ही ईश्वर की सेवा है उसी संस्कार में पली बढ़ी तपस्वी के मन में अभी से समाज में पीड़ित वर्गों के प्रति सेवा भावना एवं सम्मान है।


तपस्वी को जो एहसास हुआ जिससे लगा कि ये मेरे लिए गरीब बस्ती नहीं ईश्वरीय है, जहां मुझे आत्मीयता की बरसात मिली जो किसी स्वर्ग से बढ़कर है और हृदय से लगाकर दुआएं मिली जो मेरे लिए अमूल्य निधि से कम नहीं फिर इस ईश्वरीय बस्ती के चरणों में कौन अपना जन्मदिन नहीं मनाएगा।

गरीब और बेसहारा लोगों की मदद करने से इंसानियत की मिसाल कायम होती है। युवाओं को इस बारे में सोचकर इंसानों के लिए काम करना चाहिए। तपस्वी के पिता शैलेश जी ने कहा कि असहाय व गरीब बच्चों संग अपनी खुशी के पल साझा करने के दौरान इन बच्चों के चेहरों पर काफी खुशी देखने को मिली। बच्चे ईश्वर का रूप माने जाते हैं, जिनकी मुस्कान से ईश्वर भी प्रसन्न होते हैं। लोगों ने तपस्वी की लंबी आयु की कामना की।