Loading

 

औरंगाबाद। प्रगतिशील मगही समाज के ओर से व्यवस्था परिवर्तन के अभियान को तेज करने के लिए औरंगाबाद जिले के रफीगंज से व्यवस्था परिवर्तन रथ का शुभारंभ किया गया। यहां रैली आमसभा मे अध्यक्षता कर रहे महासचिव सुशील रंजन ने कहा कि अत्यंत प्राचीन जनगोष्ठि मगध के मगही भाषा आज अपनी पहचान खोते जा रहा है। प्रउत प्रणेता श्री प्रभात रंजन सरकार का कहना है कि मातृभाषा व लोक संस्कृति द्वारा संस्कार एवं चरित्र का निर्माण होता है। हक और अधिकार के लिए हिम्मत के साथ आंदोलन के लिए खड़ा नहीं हो पा रहे हैं। किसान व कृषि से जुड़े मजदूर बदहाल हैं।

किसान अनाज उपजाते हैं परंतु उसका मूल्य खुद नहीं लगाते हैं। स्थिति यह है कि किसान लाचार होते जा रहे हैं। खनिज व वन से आधारित उद्योग मगध में नहीं है। अगर ये सभी सकारात्मक पहल किया जाएं तो मगध उन्नत संस्कार से युक्त एवं आर्थिक रूप से समृद्ध होगा। वर्तमान पूंजीवाद सोच पर चल रही व्यवस्था हम सब का हित नहीं कर सकता। राजनीति नहीं बल्कि समाजनीति की जरूरत है। समाजनीति जनगोष्ठी पर अधारित होती है। यही व्यवस्था भारत में थी तभी देश सोने की चिड़ियां व विश्वगुरु बना था।


व्यवस्था परिवर्तन का शंखनाद

हमारी मांगे

१. स्थानीय सभी संसाधन को कच्चे रूप में बाहर जाने से रोकने का कानून बनाया जाय, तथा कृषि को उद्योग का दर्जा दिया जाय।

2. कृषि आधारित उद्योग किसानी से जुड़े लोगों के हाथों में तथा कृषि सहायक एवं अन्य संसाधनों पर आधारित उद्योग स्थानीय लोगों के द्वारा ही संचालित करने का कानून बनाया जाय।
3. स्थानीय सभी प्रतिष्ठानो एवं उद्योगों को सहभागिता के आधार पर ही संचालित

करने का कानून बनाया जाय।
4. ऐतिहासिक मगध के अठारह जिला के भू भाग के साथ-साथ भारत के अन्य वैवालिस प्रमुख जनगोष्ठिओं को स्वतंत्र सामाजिक आर्थिक इकाई का वैधानिक दर्जा देकर सबको स्वतंत्र रूप से अपने अपने संसाधनों से पूर्ण आत्म निर्भर होने का अवसर दिया जाय।

5. मगही भाषा को मगध क्षेत्र की पढ़ाई लिखाई एवं काम काज की भाषा बनाई जाय तथा मगध के लोक संस्कृति और इतिहास को सामने लाया जाय।
6.जन प्रतिनिधियों को मिलने वाले वेतन पेंशन और उनके कार्यपालिका में हस्तक्षेप को समाप्त किया जाय।

7. शिक्षा और चिकित्सा सभी को सभी स्तर तक बिल्कुल मुफ्त किया जाय।
8. अश्लीलता और भोगवाद को बढ़ावा देने वाले सिनेमा, धारावाहिक, विज्ञापन,

इन्टरनेट आदि पर रोक लगाई जाय।

उक्त कार्ययोजना मगध के साथ-साथ भारत के अन्य सभी क्षेत्रों के लिए भी आर्थिक, सामाजिक-सांस्कृतिक एवं राजनैतिक संकट से स्थाई निदान का महाऔषधी है। आप सुधीजन से आग्रह है की के इस मुहिम में सहयोगी बनें। निवेदक

प्रगतिशील मगही समाज

केन्द्रीय समिति