तारक ब्रह्म का अस्थि कलश भावजड़ता और अंधविश्वास है

:      *अस्थि कलश  भावजड़ता एवं अंधविश्वास का प्रतीक है *चाहे वह गंगा स्नान या मक्का मदीना या तीर्थ स्थल या अस्थि कलश...

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08 अगस्त 1964 को श्री श्री आनंदमूर्ति जी द्वारा11:05 पूर्वाह्न में आनन्दमार्ग का ध्वजारोहन किए गए स्थल “आनन्दमार्ग जागृति गंधर्वपुर” पथरगामा, गोड्डा*

  त्याग का प्रतीक है गेरुआ रंग | इसीलिये गेरुआ रङ्ग के झंडे की हम जय करते हैं | सब रङ्गों के झंडों की जय नहीं होती, , गेरुआ...

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श्रावणी पूर्णिमा का इतिहास, प्रथम दीक्षा, श्री श्री आनंदमूर्ति जी

प्रथम दीक्षा :-"बाबा "जुलाई 1939 मे विद्यासागर विश्वविद्यालय मे दाखिला लिये l वे अपना विषय विज्ञान  लिए l "बाबा "अपने दिनचर्या के अ...

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